रायपुर: थाना डी.डी.नगर क्षेत्र में सुने मकान में चोरी की घटना को अंजाम देने वाले तीन अंतर्राज्यीय आरोपी गिरफ्तार
रायपुर: थाना डी.डी.नगर क्षेत्र में एक सूने मकान में लाखों रुपए के सोने-चांदी के जेवरात और नकदी की चोरी की घटना को अंजाम देने वाले तीन अंतर्राज्यीय आरोपियों को रायगढ़ा, उड़ीसा से गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों ने रायपुर में एक मकान में चोरी की घटना को अंजाम दिया था।
प्रार्थी सुमन तिवारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 27 अगस्त 2024 को वह अपने मायके चंगोराभाठा गई थी, और 29 अगस्त 2024 को घर लौटते समय देखा कि मकान का मुख्य दरवाजा तो सही था, लेकिन अंदर का दरवाजा और अलमारी का लॉकर टूटा हुआ था। सोने-चांदी के जेवरात और नगदी गायब थी। इस पर थाना डी.डी.नगर में अपराध क्रमांक 346/2024 धारा 331(4), 305(ए) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज किया गया।
संपूर्ण मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष सिंह ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री दौलत राम पोर्ते, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम श्री संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक पुरानी बस्ती श्री राजेश देवांगन, और उप पुलिस अधीक्षक क्राइम श्री संजय सिंह को मामले की गहन जांच करने का निर्देश दिया। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना डी.डी.नगर की संयुक्त टीम ने प्रार्थी और आसपास के लोगों से पूछताछ की, और सी.सी.टी.वी. फुटेज का विश्लेषण किया। तकनीकी विश्लेषण और मुखबिर की मदद से आरोपियों की पहचान की गई।
आरोपियों को रायगढ़ा, उड़ीसा से गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों में रबिशंकर महानंदिया, के. अनिल कुमार, और पी. श्रीकांत शामिल हैं। ये आरोपी गिरोह बनाकर चोरी और नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देते थे। इनके खिलाफ रायगढ़ा, उड़ीसा में कई चोरी और नकबजनी के प्रकरण पहले से दर्ज हैं और ये जेल में रह चुके हैं।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के कब्जे से चोरी के सोने-चांदी के जेवरात, नगदी रकम और तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इनकी कुल कीमत लगभग 5.60 लाख रुपए है। आरोपियों ने कुछ जेवरात को मुथूट फायनेंस में गिरवी रखा था, जो पुलिस ने बरामद कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे रायपुर में चोरी करने के कुछ दिन पहले शहर का निरीक्षण कर चुके थे और मौका देखकर चोरी की घटना को अंजाम दिया।
फरार आरोपी बिज्जू की भी तलाश की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना डी.डी.नगर में विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। इस मामले की जांच और कार्रवाई में निरीक्षक शिवेन्द्र राजपूत, एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के प्रभारी निरीक्षक परेश पाण्डेय, और अन्य पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।