बरसते मेघों के बीच भी नहीं रुकी परंपरा, महादेव घाट पर भारी बारिश में करणी सेना ने की खारुन गंगा महाआरती
रविवार आषाढ़ पूर्णिमा (गुरु पूर्णिमा) की संध्या पर निरंतर क्रम में 21वीं बार माँ खारुन गंगा महाआरती महादेव घाट जनसेवा समिति एवं करणी सेना छ.ग. द्वारा करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष तथा समिति के संस्थापक वीरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में भारी बरसात के बावजूद दो वर्षों से चली आती परंपरा अक्षुण्ण रही। बनारस की तर्ज पर एक बार फिर रायपुर के महादेव घाट पर की गई खारुन गंगा महाआरती।
कार्यक्रम के आरम्भ में रायपुर के सुप्रसिद्ध भजन सम्राट लल्लू महाराज एवं उनकी टीम द्वारा प्रस्तुत सुमधर भजनों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया तत्पश्चात् सभी ने एक स्वर में खारुन एवं भारत की सभी नदियों को साफ़ और सुरक्षित रखने की सौगन्ध ली।
पानी के कारण हुई असहजता के पश्चात् भी सम्पूर्ण विधि विधान से वैदिक मंत्रों के साथ प्रशिक्षित ब्राह्मणों द्वारा खारुन गंगा मैया एवं बाबा हटकेश्वर महादेव की आरती की गई एवं आरती के पश्चात् आगंतुक श्रद्धालुओं को खीर प्रसादी का वितरण किया गया।
समिति के अध्यक्ष श्री तोमर ने बताया कि लगभग दो वर्षों से प्रत्येक माह की पूर्णिमा की संध्या को हम यह आरती लोकहित और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य का जन सामान्य के मन में बीजारोपण करने एवं सनातन संस्कृति की ध्वजा पुनः गर्व से आकाश में लहराने के लिए करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर महीने श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और जन आस्था के चलते कई विश्व रिकॉर्ड भी इस आरती के नाम दर्ज हुए हैं जिससे छत्तीसगढ़ का नाम संपूर्ण विश्व में गर्व से ऊँचा हो गया है।