शराब फैक्ट्री से प्रदूषण के मामले में हाई कोर्ट ने मांगा जवाब…

Bilaspur High Court : बिलासपुर।शराब फैक्ट्री से प्रदूषण के मामले में शनिवार को हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा एवं रविंद्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने मामले में मुख्य सचिव से जवाब मांगा है। आबकारी, पर्यावरण के मुख्य सचिव, मुंगेली कलेक्टर, एसपी, आबकारी उपायुक्त समेत 7 लोगों को पक्षकार बनाया है। अगली सुनवाई को 22 जुलाई को होगी।

रायपुर रोड पर मोहभट्टा धूमा स्थित भाटिया वाइन्स के प्लांट से निकलने वाली घटिया क्वॉलिटी की स्पिरिट को शिवनाथ नदी में बहा देने से तीन दिन पहले लाखों मछलियां मर गई। नदी का पानी पीने से मवेशी भी नदी में मरे मिले। मामले को दबाने के लिए भाटिया वाइन्स से मजदूर भेजकर नदी की सफाई कराई गई। आबकारी, पर्यावरण विभाग की टीम भी गांव पहुंची। पर्यावरण विभाग के अधिकारियों ने सैंपल लिया। इधर विश्व हिंदू परिषद की शिकायत पर सरगांव पुलिस ने एनीकट
में मिले गाय का पोस्टमॉर्टम कराया। खजरी मे जमा जहरीले पानी का सैंपल भी लिया। मामले में पुलिस ने जांच के बाद भाटिया वाइन्स के खिलाफ
एफआईआर करने की बात कही है।
ग्रामीणों में इतनी दहशत कि नाम बताने से डरते हैं लोग
Bilaspur High Court : क्षेत्र में यह समस्या शराब फैक्ट्री बनने के बाद से शुरू हुई, लेकिन दहशत में लोगों ने इसका विरोध नहीं किया। दैनिक भास्कर की टीम प्रभावित क्षेत्र में पहुंची तो लोगों ने सारी समस्याएं बताई, लेकिन लिखने से मना कर दिया। तेज दुर्गंध और आंख व त्वचा में जलन की समस्या के बाद महिलाओं ने 31 मई 2023 को पर्यावरण विभाग से शिकायत की। दूसरी शिकायत 18 अप्रैल 2024 को की। पानी का सैंपल भी दिया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
भाटियां वाइंस की गड़बड़ियों से लोग परेशान हैं, पर डर के कारण आवाज उठाने वाला कोई नहीं था। नदी में मरी मछलियों को गांव वाले खाने के लिए घर ले जा रहे थे। ऐसे में कोनी गांव के युवक ज्ञानचंद वर्मा ने उन्हें जागरूक करने के लिए वीडियो बनाया। यह वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद हड़कंप मच गया। दरअसल भाटिया वाइंस के गुर्गे और वहां रहने कुछ बाहुबलियों के डर से लोग आवाज नहीं उठाते। एक बड़े नेता द्वारा भी सपोर्ट करने की बात सामने आ रही है।