CG Breaking: ईडी ने कस्टम मिलिंग घोटाले में 3700 पन्नो का चालान किया पेश…

रायपुर: निजी स्कूलों में RTE (राइट ऑफ एजुकेशन) के तहत हो रहे बच्चों का प्रवेश प्रक्रिया में तेजी से विकास हो रहा है। अब तक 29 हजार बच्चों को निजी स्कूलों में प्रवेश मिल चुका है, जबकि 12 हजार बच्चों का इंतजार अभी बाकी है। प्रवेश के लिए अंतिम तिथि को 7 दिन बढ़ा दिया गया है ताकि अधिक बच्चे इस योजना से लाभान्वित हो सकें।
इस प्रक्रिया में, लॉटरी के जरिए 42,053 बच्चों का चयन किया गया था, जिन्होंने RTE के तहत प्रवेश के लिए आवेदन किया था। दूसरे चरण के लिए नए आवेदन 9 जुलाई से शुरू होंगे। RTE के अंतर्गत 6,684 निजी स्कूलों ने अपना पंजीयन पोर्टल पर करवाया है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि उन्हें विधार्थियों को प्रवेश देने के लिए संपूर्ण प्रक्रिया का पालन करना होगा।

राज्य सरकार ने RTE के माध्यम से गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त करने में मदद करने का निर्णय लिया है। यह पहल उन बच्चों के लिए है जो प्राइवेट स्कूलों में भी शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं, लेकिन उनके परिवार की आर्थिक स्थिति इसे संभालने में असमर्थ होती है।
इस योजना के माध्यम से, राज्य सरकार ने स्कूली शिक्षा के स्तर को उच्च बनाने और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के बच्चों को बेहतर माध्यमों से शिक्षा प्राप्त करने का प्रयास किया है। इससे न केवल बच्चों की शिक्षा में समानता बढ़ाई जा रही है, बल्कि समाज में भी इसकी मान्यता बढ़ाने में मदद मिल रही है।