किसी वरदान से कम नहीं मोदी सरकार की ये योजना, गरीबों के लिए बहुत बड़ी पहल, सस्ते दर पर मिलेगा अनाज

नई दिल्लीः साल 2014 से अब तक यानी कि पिछले 9 वर्षों से केंद्र में रहने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार गरीब व वंचित वर्ग के लोगों को सशक्त बनाने और उनके भोजन-पानी की उचित व्यवस्था करने के लिए तमाम कोशिशें कर रही है. हमारे देश कई ऐसे नागरिक हैं, जिनके पास आय का कोई साधन नहीं है. ऐसी परिस्थिति में वह अपना राशन तक नहीं खरीद पाते हैं, इसके चलते मोदी सरकार ने अत्योदय अन्न योजना की शुरुआत की है. इस योजना के अंतर्गत सभी लाभार्थियों को अंत्योदय राशन कार्ड प्रदान किया जाएगा. इसके माध्यम से लाभार्थी को 35 किलो राशन, जिसमें 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल शामिल है.
लाभार्थी गेहूं 2 रुपये प्रति किलोग्राम और धान 3 रुपये प्रतिकिलोग्राम के हिसाब से खरीद सकते हैं. इस योजना का लाभ केवल वही लोग ले सकते हैं जिनकी आया का कोई स्थिर साधन नहीं है या फिर वह बहुत गरीब है. अंत्योदय अन्न योजना की शुरुआत उपभोक्ता मंत्रालय द्वारा किया गया था. इस योजना में दिव्यांगों को भी शामिल किया गया है. इस योजना के जरिए दिव्यांगों के प्रति परिवार 35 किलो अनाज हर महीने प्रदान किया जाता है.
अन्तयोदय परिवार के लिए चुने गए आवेदन के परिवार को अन्त्योदय राशन कार्ड मान्यता प्राप्त करने के लिए अद्वितीय कोटा कार्ड प्रदान किया जाएगा. यह योजना मुख्य रूप से गरीबों के लिए आरक्षित है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब परिवार को इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा. भूमि हीन कृषि मजदूर, सीमांत किसान, ग्रामीण शिल्पकार/कारीगर जैसे कुम्हार, चमड़ा कारीगर, बुनकर, लोहार, बढ़ई, झुग्गी में रहने वाले और अनौपचारिक क्षेत्र में दैनिक आधार पर कार्य करने वाले व्यक्ति जैसे दरबान, कुली, रिक्शा चालक, रेहड़ी वाले, फल-फूल बेचने वाले, सपेरे, कूड़ा उठाने वाले, मोची, बेसहारा और ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में इस तरह के अन्य श्रेणियों के लोग शामिल हैं.
आवेदक गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाला होना चाहिए. आवेदक नामित प्राधिकारी द्वारा जारी अन्त्योदय राशन कार्ड के लिए चयनित होना चाहिए. आवेदक के पास आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, पहचान प्रमणा पत्र, संबंधित पटवारी द्वारा जारी किया गया लाभार्थी का आय प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो होना चाहिए.